Sukanya Samriddhi Yojana: सिर्फ ₹250 या ₹500 हर महीने जमा कर 74 लाख रुपये तक का फंड तैयार करना संभव है। बेटियों के बेहतर भविष्य और शिक्षा व विवाह के खर्च को देखते हुए यह योजना आज के समय की सबसे भरोसेमंद निवेश योजना मानी जाती है। सरकार की इस योजना में माता-पिता न्यूनतम ₹250 प्रति माह निवेश करके बेटी के नाम पर 15 साल तक रकम जमा करते हैं। इसके बाद खाते में 21 वर्ष तक ब्याज जुड़ता रहता है और यह रकम मैच्योरिटी पर करीब 74 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। ब्याज दर 8.02% होने से लंबे समय में यह राशि और अधिक बढ़ सकती है।
क्या है सुकन्या समृद्धि योजना?
यह योजना साल 2015 में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य बेटियों के लिए आर्थिक रूप से मजबूत भविष्य तैयार करना है। माता-पिता इस योजना में बेटी के नाम से खाता खोल सकते हैं और उसमें हर साल न्यूनतम ₹250 या अधिकतम ₹1.5 लाख तक का निवेश कर सकते हैं। निवेश की अवधि 15 वर्ष की होती है जबकि योजना 21 वर्ष तक चलती है और इस दौरान जमा धन पर 8.02% की दर से ब्याज मिलता है।
74 लाख रुपये तक कैसे बनते हैं?
अगर आप हर महीने ₹500 निवेश करते हैं तो साल भर में ₹6000 जमा होंगे और 15 वर्षों तक लगातार निवेश करने पर यह राशि ₹90,000 हो जाएगी। 15 वर्षों तक निवेश के बाद खाता 21 वर्ष तक चलता है जिसमें ब्याज जुड़ता रहता है। 8.02% की ब्याज दर के आधार पर इस राशि पर मिलने वाला रिटर्न काफी बढ़ जाता है और मैच्योरिटी तक यह राशि ₹74 लाख तक पहुंच सकती है। हालांकि यह अनुमानित राशि है और ब्याज दर में बदलाव से इसमें अंतर आ सकता है।
योग्यता और जरूरी दस्तावेज
इस योजना के अंतर्गत बेटी की उम्र 10 साल से कम होनी चाहिए और माता-पिता भारत के नागरिक होने चाहिए। खाता खोलने के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड, पहचान पत्र और पासपोर्ट साइज फोटो जरूरी होते हैं। इन दस्तावेजों के साथ नजदीकी पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा में जाकर आवेदन किया जा सकता है।
आवेदन प्रक्रिया और विकल्प
अब इस योजना में आवेदन करना पहले से कहीं आसान हो गया है। आप पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंक की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। फॉर्म में बेटी का नाम, जन्म तिथि और आवश्यक विवरण दर्ज करना होता है। फिर दस्तावेज़ अपलोड कर फॉर्म सबमिट करना होता है। आवेदन के बाद एक संदर्भ संख्या मिलती है जिसे सुरक्षित रखना चाहिए।
इस योजना के लाभ और विशेषताएं
सुकन्या समृद्धि योजना में मिलने वाला ब्याज पूरी तरह टैक्स फ्री होता है। जमा की गई राशि पर इनकम टैक्स अधिनियम की धारा 80C के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है। बेटी की आयु 21 वर्ष पूरी होने पर खाता मैच्योर होता है और उस समय जमा पूंजी ब्याज सहित मिलती है। यदि बेटी की शादी 18 साल की उम्र में होती है तो भी योजना समाप्त की जा सकती है और संपूर्ण राशि निकाली जा सकती है।
खाता खोलने की शर्तें
सिर्फ दो बेटियों के नाम पर यह खाता खोला जा सकता है, लेकिन जुड़वां बेटियों के मामले में तीन खाते भी खोले जा सकते हैं। यदि खाता खुलवाने के बाद तय समय से पहले पैसे निकालने की जरूरत होती है तो कुछ शर्तों के आधार पर यह संभव है। योजना के नियमों के अनुसार यह खाता ट्रांसफरेबल भी होता है और किसी भी पोस्ट ऑफिस या बैंक शाखा में इसे स्थानांतरित किया जा सकता है।
लंबे समय का सुरक्षित निवेश विकल्प
यह योजना उन परिवारों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो कम आय में भी अपनी बेटियों के लिए बड़ा भविष्य सुनिश्चित करना चाहते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना न केवल सुरक्षित है बल्कि इसमें निवेश करने पर मानसिक शांति भी मिलती है कि बेटी की शिक्षा और विवाह के लिए धन की चिंता नहीं करनी पड़ेगी। नियमित निवेश और धैर्य के साथ आप इस योजना के माध्यम से बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक स्रोतों से संकलित है। निवेश से पहले कृपया योजना की आधिकारिक वेबसाइट या अधिकृत बैंक/डाकघर अथवा वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। लेखक या प्रकाशक किसी प्रकार की वित्तीय हानि या लाभ के लिए उत्तरदायी नहीं होंगे।