Home Loan EMI Calculator: इस समय में घर खरीदना आम आदमी के लिए मुश्किल हो गया है। रियल एस्टेट की बढ़ती कीमतों ने फ्लैट खरीदना भी आसान नहीं छोड़ा। अक्सर लोग बिना योजना बनाए लोन ले लेते हैं और बाद में बजट बिगड़ने के साथ-साथ EMI की टेंशन भी बढ़ती है। ऐसे में एक फॉर्मूला आपकी मदद कर सकता है – 3/20/30/40 फॉर्मूला। यह फॉर्मूला घर खरीदने से पहले सही निर्णय लेने में मदद करता है और न केवल बजट सुरक्षित रहता है बल्कि लोन चुकाना भी आसान हो जाता है।
3 का फॉर्मूला – प्रॉपर्टी की कीमत आपकी सालाना सैलरी से तिगुनी हो
इस फॉर्मूले में सबसे पहला और अहम पॉइंट है कि आप जिस घर को खरीद रहे हैं उसकी कीमत आपकी सालाना सैलरी का तीन गुना से अधिक नहीं होनी चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि आपकी सालाना आय ₹15 लाख रुपये है तो आप ₹45 लाख रुपये से अधिक कीमत का घर नहीं खरीदें। इसका उद्देश्य यह है कि आप अपने फाइनेंशियल कैपेसिटी के अनुसार ही घर लें ताकि लोन की राशि और EMI दोनों मैनेज हो।
20 का फॉर्मूला – 20 साल का टेन्योर रखना बेहतर
हाल के समय में होम लोन आमतौर पर 10 से 30 साल की अवधि के लिए मिलता है। कम समय की अवधि पर EMI भले ही अधिक है लेकिन ब्याज कम देना होता है। वहीं लंबे समय पर EMI कम होती है लेकिन कुल ब्याज का बोझ बहुत अधिक हो है। ऐसे में 20 साल का टेन्योर एक संतुलित विकल्प है। यह न तो आपकी मासिक आमदनी पर ज्यादा बोझ डालता है और न ही ब्याज को अत्यधिक बढ़ाता है। यह एक संतुलित समयावधि है जिसमें लोन आसानी से चुकता हो जाता है।
30 का फॉर्मूला – EMI आपकी सैलरी का 30% से ज्यादा न हो
लोन लेते समय यह बात ध्यान रखना जरूरी है कि आपकी मासिक EMI आपकी इनहैंड सैलरी का 30 प्रतिशत से अधिक नहीं हो। अगर आपकी सैलरी ₹80,000 रुपये प्रतिमाह है तो EMI ₹24,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। अगर EMI इस सीमा से कम हो तो और भी अच्छा है। इससे आपकी बाकी जरूरी खर्चों के लिए पैसा बचता है और आप किसी आकस्मिक स्थिति में भी मैनेज कर सकते हैं।
40 का फॉर्मूला – घर की कुल कीमत का 40% डाउन पेमेंट करें
अक्सर लोग होम लोन में 10 से 20 प्रतिशत डाउन पेमेंट करके बाकी रकम लोन से पूरा कर रहे हैं। लेकिन यह बाद में EMI और टेन्योर दोनों को बढ़ाता है। अगर आप घर की कुल कीमत का कम से कम 40 प्रतिशत डाउन पेमेंट करते हैं, तो लोन की राशि कम हो जाती है, EMI घटती है और ब्याज का बोझ भी काफी हद तक कम हो जाता है। यह फाइनेंशियल प्लानिंग के नजरिए से ज्यादा बेहतर है।
EMI Calculator का इस्तेमाल करें
होम लोन लेने से पहले EMI Calculator का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। इससे आपको यह अंदाजा लगता है कि कितनी राशि पर कितनी EMI बनेगी, कितने समय में लोन चुकाना होगा और कुल ब्याज कितना देना होगा। EMI Calculator से यह भी समझ आता है कि आपकी मासिक आमदनी पर EMI का कितना असर पड़ेगा।
क्रेडिट स्कोर का ध्यान रखें
होम लोन लेने से पहले क्रेडिट स्कोर की जांच करना बहुत जरूरी है। आपका क्रेडिट स्कोर जितना अच्छा होगा, बैंक आपको उतनी ही बेहतर ब्याज दर पर लोन देगा। सामान्यतः 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है। यदि स्कोर कम है तो पहले उसे सुधारिये, जैसे समय पर क्रेडिट कार्ड भुगतान करना, पुराने लोन क्लोज करना और ज्यादा कर्ज न लेना। अच्छा क्रेडिट स्कोर न केवल लोन अप्रूवल की संभावना बढ़ाता है, बल्कि आपको सस्ती EMI का भी लाभ देता है।
बजट और फाइनेंशियल सेफ्टी पहले सोचें
घर खरीदने की जल्दबाजी में लोन लेना समझदारी नहीं है। बजट, इनकम, एक्सपेंसेस और बचत को ध्यान में रखते हुए लोन प्लान करें। 3/20/30/40 फॉर्मूला अपनाने से आपकी EMI तनाव नहीं बनती बल्कि संतुलित रहती है। इससे भविष्य में किसी फाइनेंशियल इमरजेंसी का सामना भी आसान हो जाता है। 3/20/30/40 का फॉर्मूला एक बहुत ही सरल लेकिन असरदार तरीका है। यह फॉर्मूला आपकी आमदनी, खर्च, बचत और निवेश सब कुछ बैलेंस में रखता है।
Disclaimer
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से साझा की गई है। होम लोन, ईएमआई कैलकुलेशन या किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या बैंक प्रतिनिधि से परामर्श अवश्य लें। यहां बताई गई 3/20/30/40 फॉर्मूले की सलाह परिस्थितियों और व्यक्ति विशेष की आर्थिक स्थिति के अनुसार अलग हो सकती है। इसलिए इस लेख में दी गई जानकारी को सामान्य मार्गदर्शन के रूप में लिया जाना चाहिए।