Gold Rate Hike: हाल के दिनों में सोने की कीमतों में एक बार फिर मजबूती देखी गई है। कुछ समय की गिरावट के बाद सोना फिर से तेज़ी की राह पर लौट आया है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में सोना न सिर्फ मौजूदा स्तर से ऊपर जाएगा बल्कि एक बार फिर से नया रिकॉर्ड भी बना सकता है। अगस्त-सितंबर तक 10 ग्राम सोने का भाव ₹1 लाख से ऊपर जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
कुछ समय की गिरावट के बाद फिर तेज़ी
एप्रिल के अंत तक सोने के दामों में गिरावट आई थी, जब MCX पर सोने ने ₹99,358 का उच्चतम स्तर छूने के बाद 7,000 से 8,000 रुपये की गिरावट झेली। यह गिरावट निवेशकों के लिए चिंता का कारण बनी। लेकिन गिरावट का यह सिलसिला लंबे समय तक नहीं चला। मई के पहले सप्ताह में ही सोने ने फिर रफ्तार पकड़ी और पिछले तीन दिनों में लगभग ₹4,000 तक बढ़ चुका है।
डॉलर की स्थिति और वैश्विक कारक
इंटरनेशनल मार्केट में डॉलर की चाल सोने की दिशा को प्रभावित करती है। बीते हफ्तों में डॉलर के मजबूत होने से सोने में थोड़ी कमजोरी आई थी। लेकिन भारत में मांग बढ़ने और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के चलते सोने में फिर तेजी लौटी है। अमेरिका की फेडरल रिजर्व की बैठक पर सबकी नजर है। अगर ब्याज दरों को लेकर फेड नरम रुख अपनाता है तो सोने की कीमतों में और उछाल संभव है।
भारत में मांग बढ़ने से मिला सहारा
वर्तमान समय में देश में विवाह और अन्य मांगलिक अवसरों का दौर शुरू हो चुका है। ऐसे में बाजार में सोने की मांग लगातार बढ़ रही है। सर्राफा बाजार में भी इसकी पुष्टि हुई है, जहां 24 कैरेट शुद्ध सोने के दाम ₹96,761 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए हैं, जो पिछले शुक्रवार की क्लोजिंग से ₹1,479 अधिक है। यह संकेत है कि ग्राहक अब फिर से बाजार में सक्रिय हो रहे हैं।
टैरिफ नीति और फेड मीटिंग की भूमिका
अमेरिका और अन्य वैश्विक बाजारों में व्यापारिक टैरिफ को अभी अस्थायी रूप से होल्ड किया गया है, लेकिन यह पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ। टैरिफ होल्ड की 90 दिन की समयसीमा अगस्त-सितंबर में खत्म होगी। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि इस अवधि के बाद अगर तनाव फिर बढ़ा तो सोने की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिल सकता है। निवेशक पहले से ही इस दिशा में अनुमान लगाकर पोजिशन ले रहे हैं।
अगस्त-सितंबर तक कहां पहुंचेगा सोना
विशेषज्ञ रोहित वर्मा का कहना है कि अगस्त तक सोने के दाम ₹1,05,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकते हैं। उनका मानना है कि अभी की तेजी एक लंबे समय के ब्रेकआउट की शुरुआत है। इसी दिशा में, गोल्डमैन सैक्स ने भी अनुमान जताया है कि साल के अंत तक सोने के दाम ₹1,20,000 से ₹1,38,000 तक जा सकते हैं। यह अनुमान अंतरराष्ट्रीय मांग, भू-राजनीतिक तनाव और निवेश की भावना को ध्यान में रखकर दिया गया है।
क्या करें खरीदार और निवेशक
फिलहाल जो लोग दीर्घकालिक निवेश की योजना बना रहे हैं, उनके लिए यह समय सही हो सकता है। विशेषज्ञ मानते हैं कि मौजूदा स्तर से सोने की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं। त्योहारों और शादियों का मौसम शुरू हो चुका है, इसलिए खरीदारों के लिए भी यह एक उपयुक्त समय है। कम समय के उतार-चढ़ाव के बावजूद, दीर्घकाल में सोना एक मजबूत और सुरक्षित विकल्प साबित हो सकता है।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। सोने की कीमतें बाजार की स्थिति पर निर्भर करती हैं और समय के साथ बदल सकती हैं। निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से संपर्क अवश्य करें।