DA Hike: हाल ही में सरकार द्वारा महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में 2% की बढ़ोतरी की घोषणा के बाद केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को राहत मिली है। केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स ने खुशी से इस बढ़ोतरी का स्वीकार किया था। अब अगले कुछ महीनों में महंगाई के गिरते आंकड़ों के कारण एक तगड़ा झटका लग सकता है। इस लेख में हम इस बढ़ोतरी के पीछे के कारणों, इसके प्रभाव और आने वाले बदलावों पर चर्चा करेंगे।
महंगाई भत्ते में संभावित कमी के कारण
2025 के पहले तीन महीनों में महंगाई में गिरावट के संकेत मिल रहे हैं जिससे अगले DA संशोधन में कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में 2% से कम या शायद कोई बढ़ोतरी न हो, जो इन कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए निराशाजनक हो सकता है। इसके पीछे का मुख्य कारण AICPI-IW का गिरना है जो महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि इस बार केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ी बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
AICPI-IW और महंगाई भत्ते का संबंध
महंगाई भत्ता (DA) का निर्धारण आल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI-IW) के आंकड़ों पर आधारित होता है। AICPI-IW में गिरावट जारी रहती है तो यह केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में कमी का कारण बनता है। फरवरी 2025 में AICPI-IW में 0.4 अंक की गिरावट आई है। यदि अगले कुछ महीनों में यह गिरावट जारी रहती है तो कर्मचारियों को महंगाई भत्ते में 2% से भी कम या कोई बढ़ोतरी नहीं मिल सकती।
7वें वेतन आयोग का DA कैलकुलेशन फॉर्मूला
7वें वेतन आयोग ने DA के कैलकुलेशन के लिए एक नया फॉर्मूला निर्धारित किया है जो 2016 को बेस ईयर मानता है। इसका मतलब है कि पिछले 12 महीनों का AICPI-IW का एवरेज लेकर महंगाई भत्ते की गणना की जाती है। यदि AICPI-IW का औसत घटता है तो DA बढ़ोतरी में कमी आएगी। कर्मचारियों और पेंशनर्स के मासिक वेतन और भत्तों पर असर पड़ेगा। इस वर्ष के लिए AICPI-IW में गिरावट के कारण आगामी DA संशोधन में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है।
DA में कमी का असर और कर्मचारियों की स्थिति
अगर आगामी महीनों में AICPI-IW के आंकड़ों में और गिरावट होती है, तो कर्मचारियों और पेंशनर्स को महंगाई भत्ते में बहुत कम बढ़ोतरी या कोई बढ़ोतरी नहीं मिल सकती है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति पर असर पड़ेगा, क्योंकि DA उनके मासिक वेतन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सरकार के खर्चे भी बढ़ने की संभावना है। DA में और कमी की संभावना को देखते हुए कर्मचारियों के लिए राहत की उम्मीदें और कम हो सकती हैं।
भविष्य में क्या हो सकता है?
कर्मचारियों और पेंशनर्स को उम्मीद थी कि जुलाई-दिसंबर 2025 के साइकिल में DA में अच्छी बढ़ोतरी होगी लेकिन अगर महंगाई के आंकड़े इसी तरह गिरते रहे तो यह एक कठिन स्थिति हो सकती है। महंगाई भत्ता (DA) के मामलों में बदलाव, कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति और सरकार की योजनाओं पर असर डालते हैं। केंद्र सरकार की ओर से इस बारे में जल्द ही कोई ठोस फैसला लिया जा सकता है लेकिन फिलहाल यह मुद्दा कर्मचारियों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
केंद्रीय संगठनों की प्रतिक्रिया और आगे की रणनीति
वर्तमान DA संशोधन 7वें वेतन आयोग के तहत अंतिम माना जा रहा है क्योंकि आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को पूरा हो जाएगा। कर्मचारी संगठनों ने पहले भी सरकार से DA वृद्धि को लेकर कई बार निवेदन किया है। अब यदि अगली बार DA में कोई बढ़ोतरी नहीं होती है तो संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन या ज्ञापन की प्रक्रिया तेज की जा सकती है। हालांकि सरकार के सामने राजकोषीय घाटा भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों व सरकारी आंकड़ों के आधार पर तैयार किया गया है। इसमें दी गई जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है। अंतिम निर्णय या पॉलिसी सरकार द्वारा ही तय की जाती है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले आधिकारिक अधिसूचना या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें।