शिक्षक बनने का सपना रखने वाले लाखों युवाओं के लिए अब एक नई और सरल प्रक्रिया सामने आई है। अब बीएड कोर्स की जगह एक नया और आधुनिक कोर्स ITEP (Integrated Teachers Education Programme) लागू किया गया है, जो NEP 2020 के तहत शुरू किया गया है। यह कोर्स 12वीं के बाद सीधे शुरू किया जा सकता है और शिक्षक बनने के पूरे रास्ते को अधिक व्यावहारिक और सरल बनाता है।
बीएड कोर्स का अंत और ITEP का आरंभ
अब तक शिक्षक बनने के लिए बीएड (B.Ed) कोर्स अनिवार्य था, जो ग्रेजुएशन के बाद किया जाता था और आमतौर पर दो साल का कोर्स होता था। हालांकि, यह कोर्स समय की जरूरतों के हिसाब से पर्याप्त नहीं था। NEP 2020 ने इस कमी को महसूस करते हुए, बीएड को हटाकर ITEP को लागू किया है। यह नया कोर्स एक समेकित और लंबी अवधि वाला है, जो शिक्षकों को प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक शिक्षा देने की पूरी तैयारी कराता है।
ITEP: चार साल का इंटीग्रेटेड कोर्स
ITEP, यानी Integrated Teachers Education Programme, एक चार वर्षीय कोर्स है जिसे 12वीं के बाद शुरू किया जा सकता है। यह कोर्स National Council for Teacher Education (NCTE) द्वारा डिजाइन किया गया है और इसमें छात्रों को चार प्रमुख स्तरों—Foundational, Preparatory, Middle और Secondary—के अनुसार प्रशिक्षित किया जाता है। इसका उद्देश्य छात्रों को शैक्षिक दक्षता और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करना है, जिससे वे एक प्रभावी शिक्षक बन सकें।
ITEP के बाद शिक्षक बनने की प्रक्रिया
ITEP कोर्स के बाद, छात्र सरकारी या प्राइवेट स्कूल में शिक्षक बनने के लिए पात्र हो जाते हैं। हालांकि, इसके लिए कुछ आवश्यक परीक्षाओं को पास करना जरूरी होता है, जैसे Teacher Eligibility Test (TET) और State TET (STET)। ये परीक्षाएं यह सुनिश्चित करती हैं कि शिक्षक न केवल शैक्षिक दृष्टि से सक्षम है, बल्कि उनमें पेडागॉजिकल (शिक्षण) कौशल भी हैं, जो उन्हें एक अच्छे शिक्षक के रूप में स्थापित करता है।
ITEP में एडमिशन कैसे मिलेगा?
ITEP कोर्स में प्रवेश पाने के लिए छात्रों को National Common Entrance Test (NCET) पास करना होगा। यह परीक्षा देशभर में आयोजित होती है और छात्र की मेरिट के आधार पर उन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में प्रवेश मिलता है। NCET परीक्षा के जरिए छात्रों के लिए पारदर्शी और निष्पक्ष प्रवेश प्रक्रिया सुनिश्चित की जाती है।
12वीं के बाद सीधे ITEP कोर्स करें
ITEP कोर्स को 12वीं के बाद शुरू किया जा सकता है, जो छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है। इससे न केवल समय की बचत होती है, बल्कि छात्र सीधे अपने करियर की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। यह कोर्स विषय आधारित शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा, कक्षा प्रबंधन, मूल्य-आधारित शिक्षा और डिजिटल लर्निंग जैसी आधुनिक क्षमताओं को भी विकसित करता है।
ITEP: एक नई राह, एक नया अवसर
ITEP कोर्स की शुरूआत से शिक्षा प्रणाली में कई बदलाव आ रहे हैं। यह कोर्स शिक्षकों को एक नया दृष्टिकोण और व्यापक ज्ञान प्रदान करता है, जो उन्हें छात्रों के लिए बेहतर शिक्षा देने में सक्षम बनाएगा। यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, जो शिक्षा को और अधिक समग्र, व्यावहारिक और भविष्य-उन्मुख बना देगा।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसके माध्यम से किसी भी परीक्षा या कोर्स के चयन में मार्गदर्शन की कोई आधिकारिक सलाह नहीं दी जा रही है। छात्र को किसी भी शैक्षिक निर्णय से पहले संबंधित अधिकारियों या सलाहकार से संपर्क करना चाहिए।