FNG Expressway: दिल्ली-NCR की ट्रैफिक से जूझती ज़िंदगी को राहत देने के लिए FNG (फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद) एक्सप्रेसवे की परियोजना एक बार फिर सुर्खियों में है। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अब नए सिरे से तेज़ी पकड़ रहा है। हाल ही में नोएडा अथॉरिटी और हरियाणा PWD की बैठक में इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर कई ठोस फैसले लिए गए हैं। यमुना नदी पर पुल बनाने की योजना हो या छिजारसी के पास एलिवेटेड लूप की बात — हर दिशा में काम को अब ज़मीन पर उतारने की तैयारी है। परियोजना से सीधे तौर पर गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को फायदा मिलेगा, जिससे ट्रैफिक दबाव कम होगा और यात्रा समय में बड़ी कमी आएगी।
सर्वे और DPR पूरी, निर्माण जल्द
नोएडा प्राधिकरण और हरियाणा PWD द्वारा कराए गए सर्वेक्षण का कार्य पूरा हो चुका है। अब नई DPR में तीन वैकल्पिक रूट प्रस्तावित किए गए हैं, जिनमें से किसी एक को जल्द ही हरी झंडी मिलने की उम्मीद है। एक बार अनुमति मिलते ही निर्माण कार्य फिर से शुरू हो जाएगा।
यमुना नदी पर प्रस्तावित 600 मीटर लंबा पुल
नई योजना के मुताबिक नोएडा के मंगरोली गांव से फरीदाबाद के लालपुर गांव को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर 600 मीटर लंबा पुल बनाया जाएगा। इससे दो शहरों के बीच आवागमन सुगम और सीधा हो जाएगा, और दिल्ली के रास्ते की निर्भरता समाप्त होगी।
FMDA और NHAI की सक्रियता
फरीदाबाद मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) ने नोएडा अथॉरिटी को एक पत्र भेजकर कहा है कि 2025 के अंत तक काम शुरू किया जाएगा। NHAI के अनुसार, एक्सप्रेसवे छिजारसी से मंगरोली तक फैला होगा, और इसे हाईवे के स्टैंडर्ड के अनुरूप विकसित किया जाएगा।
5.65 किमी लंबी अतिरिक्त एलिवेटेड रोड
योजना के तहत हरनंदी नदी के किनारे 5.65 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी जो DSC रोड को पार कर नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगी। इस सेक्शन में एक अंडरपास का भी निर्माण होगा, जिससे ट्रैफिक लाइट से बचते हुए सफर निर्बाध होगा।
एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई और रूट
FNG एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 23 किलोमीटर होगी। यह गाजियाबाद के NH-24 से शुरू होकर नोएडा के सेक्टर 112, 140, 168 होते हुए यमुना को पार कर फरीदाबाद के लालपुर गांव तक जाएगा। इस कॉरिडोर से तीनों शहरों को बिना किसी ब्रेक के कनेक्टिविटी मिलेगी।
दिल्ली पर ट्रैफिक का दबाव होगा कम
एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद गाजियाबाद से फरीदाबाद जाने के लिए दिल्ली के रास्ते की आवश्यकता नहीं रहेगी। इससे दिल्ली के ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों पर असर पड़ेगा। कालिंदी कुंज, नोएडा की मास्टर प्लान रोड्स और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भी ट्रैफिक का लोड घटेगा।
रियल एस्टेट और निवेश को मिलेगा बढ़ावा
इस परियोजना से ग्रेटर फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा वेस्ट जैसे क्षेत्रों में रियल एस्टेट को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। उद्योगों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे निवेशकों का रुझान बढ़ेगा और स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।
NCR में विकास की नई धुरी बनेगा FNG
FNG एक्सप्रेसवे न केवल एक सड़क है, बल्कि यह NCR के करोड़ों लोगों के लिए एक नई जीवन रेखा के रूप में सामने आ रहा है। यदि तय समय पर इसका निर्माण पूरा हो जाता है, तो यह परियोजना पूरे NCR क्षेत्र की यातायात व्यवस्था और शहरी विकास को नई दिशा देगी।
डिस्क्लेमर
इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न सरकारी दस्तावेजों, समाचार रिपोर्ट्स, और संबंधित विभागों के बयानों पर आधारित है। FNG एक्सप्रेसवे से जुड़ी परियोजना की रूपरेखा, निर्माण कार्य की समयसीमा या दिशा में भविष्य में बदलाव संभव हैं। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी प्रकार की आधिकारिक योजना, निवेश या यात्रा से पहले संबंधित विभाग या प्राधिकरण से पुष्टि कर लें। यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें किसी भी प्रकार का कानूनी, निवेश या तकनीकी परामर्श निहित नहीं है। हमारी टीम इस बात की पूरी कोशिश करती है कि जानकारी अद्यतन और सटीक हो, फिर भी समय के साथ इसमें बदलाव हो सकते हैं।