School Closed: सीमावर्ती इलाकों में भारत-पाक तनाव के चलते देश के चार राज्यों में शिक्षण संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। ऑपरेशन सिंदूर के नाम से सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है जिसके तहत राज्यों ने एहतियातन स्कूल और कॉलेजों को कुछ समय के लिए बंद कर दिया है। इस फैसले का उद्देश्य छात्रों की सुरक्षा और स्थानीय शांति को प्राथमिकता देना है। सरकार ने स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आदेशों को तत्काल प्रभाव से लागू किया है।
पंजाब में दो दिन स्कूल बंद रहेंगे
पंजाब सरकार ने राज्य के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 9 और 10 मई तक बंद रखने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि यह फैसला सुरक्षा कारणों से लिया गया है। इन दो दिनों में सभी शैक्षणिक गतिविधियाँ स्थगित रहेंगी, हालांकि इंटरनेशनल बोर्ड की परीक्षाएं तय समय पर ही आयोजित की जाएंगी। जिला प्रशासन को आदेशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है।
चंडीगढ़ में स्कूलों को तत्काल बंद किया गया
भारत-पाक तनाव के प्रभाव में चंडीगढ़ प्रशासन ने 10 मई तक सभी विद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है। यह निर्देश केंद्रीय विद्यालयों पर भी लागू होगा। इसके अलावा एयरपोर्ट स्टेशन और आसपास के स्कूलों को भी तत्काल प्रभाव से बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर यह जरूरी कदम उठाया गया है जिससे किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में अलर्ट
राजस्थान के जैसलमेर, बीकानेर और बाड़मेर जैसे सीमावर्ती जिलों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने बीएसएफ को हाई अलर्ट पर रखते हुए सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। इन क्षेत्रों में पहले चार जिलों में संस्थानों को बंद किया गया था लेकिन अब पूरे सीमावर्ती इलाके में यह आदेश लागू कर दिया गया है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और प्रशासन सभी तैयारियों के साथ मौजूद है।
जम्मू-कश्मीर में जारी है सख्त निगरानी
जम्मू-कश्मीर में 72 घंटे का हाई अलर्ट घोषित किया गया है और कई गाँवों को खाली कराया जा चुका है। केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा की दृष्टि से सभी स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने कहा है कि कश्मीर घाटी सहित सभी संवेदनशील क्षेत्रों को अलर्ट मोड पर रखा गया है। छात्रों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए हर जिले में निगरानी बढ़ा दी गई है।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न समाचार स्रोतों और प्रशासनिक आदेशों पर आधारित है। परिस्थितियाँ तेजी से बदल सकती हैं इसलिए कृपया अपने राज्य या जिले के आधिकारिक प्रशासनिक चैनलों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करते रहें। किसी भी निर्णय से पहले केवल प्रमाणित सरकारी सूचना पर ही भरोसा करें।